गोपाष्टमी के अवसर पर शुक्रवार को दुर्गाकुण्ड में धर्मसंघ शिक्षा मंडल स्थित मणि मंदिर में धूमधाम से गोपूजन किया गया। परिसर में स्थापित स्वामी करपात्री आदर्श गोशाला में धर्मसंघ महामंत्री पं. जगजीतन पाण्डेय ने सविधि पूजन-अर्चन किया। आचार्य रामानंद पांडेय के आचार्यत्व में 11 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रोच्चार के बीच षोडषोपचार विधि से गऊ पूजन किया गया। सर्वप्रथम गौरी - गणेश पूजन तथा आदित्य सूर्य पूजन किया गया। तत्पश्चात भगवान विष्णु पूजन के बाद गोपूजन किया गया। गोपाष्टमी के अवसर पर पर गौशाले में सैकड़ो की संख्या में रह रही गायों को पंचगव्य और पंचामृत स्नान कराया गया। उसके बाद गायों का रेशमी वस्त्र, मुकुट आभूषण आदि से श्रृंगार किया गया। गुड़, फल और मिठाई आदि भोग खिलाया गया। गोपूजन के बाद धर्मसंघ के महामंत्री पं. जगजीतन पांडेय ने उपस्थित गो सेवकों के समूह को संबोधित करते हुए कहा कि गाय सर्वसुख प्रदान करने वाली है। गाय का अवतार ही सर्वकल्याणार्थ हुआ है।गो सेवा से ना सिर्फ सुख समृद्धि प्राप्त होता है अपितु मोक्ष के द्वार भी खुल जाते हैं। गऊ पूरे जगत की पालनहार है और इसी के रूप में धरती पर उनका अवतार हुआ है। गाय सबसे सरल, सहज और जनकल्याण करने वाली है। गोपाष्टमी के अवसर पर धर्मसंघ की ओर से गोसेवा के क्षेत्र में निरन्तर सक्रिय रहने वाले गौसेवकों का उत्तरीय प्रदान कर अभिनंदन भी किया गया। आकर्षण का केंद्र रही 8 दिन की भाग्यलक्ष्मी-करपात्र गोशाले में दीपावली के दिन जन्मी बछिया गोभक्तों के आकर्षण का केंद्र रही। धर्मसंघ द्वारा बछिया को भाग्यलक्ष्मी नाम दिया गया है। सभी उसे खिलाने को आतुर दिखलाई दिए।